मैथिली विषय के तैयारी - (Mains 2016 Special )-
१. लेखनशैली के विकास - विद्यार्थी जे मैथिली विषय के तैयारी कय रहल छथि, हुनका चाही जे अपन लेखन शैली के सुदृढ़ करि तथा परिपक़्वता के साथ शाब्दिक अर्थ के स्पष्ट करय के प्रयत्न करैथ !
२. लेखनी गति - लेखनी गति अति आवश्यक अछि ! प्रायः ९०% विद्यार्थी के परीक्षा में प्रश्न छुटि जायत अछि , कारण गति बरक़रार नहि राखी पावैत छथिन !
३. भावार्थ शपष्टता - भावार्थ शपष्टता अत्यंत जरुरी अछि ! बिना भावार्थ शपष्टता के साहित्य जल बिन जीवन जेका भ जायत अछि ! अतः आहा की भाव प्रकट करय चाहैत छी , ओहि में शपष्टता हेबाक चाही !
४. निरंतरता - मैथिली साहित्य के तैयारी में निरंतरता चाही !
५. टेस्ट सीरीज - टेस्ट सीरीज से अपन मूल्यांकन निरंतर करी !
www.maithiliforias.blogspot.com
You may Email us-
maithiliforias@gmail.com
१. लेखनशैली के विकास - विद्यार्थी जे मैथिली विषय के तैयारी कय रहल छथि, हुनका चाही जे अपन लेखन शैली के सुदृढ़ करि तथा परिपक़्वता के साथ शाब्दिक अर्थ के स्पष्ट करय के प्रयत्न करैथ !
२. लेखनी गति - लेखनी गति अति आवश्यक अछि ! प्रायः ९०% विद्यार्थी के परीक्षा में प्रश्न छुटि जायत अछि , कारण गति बरक़रार नहि राखी पावैत छथिन !
३. भावार्थ शपष्टता - भावार्थ शपष्टता अत्यंत जरुरी अछि ! बिना भावार्थ शपष्टता के साहित्य जल बिन जीवन जेका भ जायत अछि ! अतः आहा की भाव प्रकट करय चाहैत छी , ओहि में शपष्टता हेबाक चाही !
४. निरंतरता - मैथिली साहित्य के तैयारी में निरंतरता चाही !
५. टेस्ट सीरीज - टेस्ट सीरीज से अपन मूल्यांकन निरंतर करी !
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